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यह कैसी स्मार्ट सिटी जहां से स्वच्छता कोसों दूर



साफ सफाई व्यवस्था के नाम पर लाखों का बजट खर्च


सतना। स्वच्छता अभियान के नाम पर आम जनता के पसीने की कमाई को पानी में बहाए जाने के बाद भी स्वच्छता स्थापित न होना, निस्संदेह गहरी चिंता का कारण है। केंद्र सरकार ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में सतना को स्मार्ट सिटी वाली सूची में शामिल कर रखा है उसके बाद भी गंदगी और बदबू के हालात शहर से दूर नहीं हो पाए हैं। हर कोई अपने आसपास स्वच्छता की मौजूदगी चाहता जरुर है पर ऐसा हो सके इसके लिए अपनी जिम्मेदारी को समझना नहीं चाहता। कुल मिलाकर स्वच्छता अभियान आज भी महज शासन प्रशासन स्तर तक ही सीमित रह गया है। विंध्य क्षेत्र की औद्योगिक राजधानी सतना को स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में जरुर शामिल कर रखा है। जिसके नाम पर केंद्र सरकार से डेवलपमेंट के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया जाता है। पिछले छः साल से केंद्र और राज्य सरकार का सबसे अधिक जोर स्वच्छता अभियान पर रहा है, इसके बाद भी स्वच्छता को लेकर सरकार की मंशा पूरी नहीं हो पाई है। सतना एक ऐसी स्मार्ट सिटी है जो आज भी जानलेवा गंदगी से जगह जगह घिरी नजर आती है। सतना शहर में ऐसे मोहल्लों की अधिकता है जहां रहने वाले लोगों के लिए स्वच्छता का परिवेश आज भी सपना बना हुआ है। सतना शहर में फिलहाल कुल 45 वार्ड आते हैं, प्रत्येक वार्ड में गंदगी से परेशान कालोनियों की कोई कमी नहीं है। जगह-जगह कचरे का ढेर और गंदगी से बजबजाती नजर आती है। जिसके कारण वहां रहने वाली जनता को निरंतर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण बीमारियों का टेंशन हमेशा लोगों के बीच बना रहता है। 



सफल नहीं हुए वार्डों के जनप्रतिनिधि



सतना नगर निगम एरिया के सभी वार्डों में रहने वाले पार्षद भी अपने अपने स्तर पर स्वच्छता व्यवस्था कायम कराने के लिए जरुर प्रयस किया पर आज तक सफल नहीं हुए हैं। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि सफाई दरोगा, स्वास्थ्य अधिकारी की लीपापोती के कारण कालोनियों में स्वच्छता कायम नहीं हो पाई है। लगातार साफ सफाई के लिए आम जनता के साथ साथ वार्ड पार्षद भी आवाज उठाते जरुर हैं पर सतना नगर निगम विधिवत सुधार नहीं कर पाया है। सतना शहर के बजरहा टोला, धवारी, भरहुत नगर, बगहा, भैसाखाना, सिद्धार्थ नगर, जवाहर नगर, राजेंद्र नगर, पतेरी, कोलगवां, सिंधी कैंप सहित बाजार क्षेत्र में गंदगी से घिरे हालात स्वच्छता अभियान पर सवाल खड़ा करते हैं।


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