सतना। 23 अक्टूबर। बुधवार। रीवा में आयोजित रीजनल कॉन्क्लेव 2024 के पांचवें संस्करण में एकेएस विश्वविद्यालय और मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के बीच महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। इस समझौते का उद्देश्य सतना और रीवा क्षेत्र में पर्यटन प्रबंधन और अतिथि क्षेत्र में कौशल विकास और रोजगार क्षमता को बढ़ावा देना है। इसके तहत दोनों संस्थाएं मिलकर पर्यटन एवं अतिथि सत्कार के क्षेत्र में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम विकास, इंटर्नशिप के माध्यम से रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करेगी। यह साझेदारी विशेष रूप से मध्य प्रदेश में क्षेत्रीय विकास, उद्यमिता को बढ़ावा देने और समुदायों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो सतना और रीवा के पर्यटन और अतिथि क्षेत्र के लिए नई संभावनाएं पैदा करेगी। विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि मध्य प्रदेश में जितने भी धार्मिक पुरातात्विक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं उन सभी को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा डिग्री के साथ 6 माह का सर्टिफिकेट कोर्स भी प्रारंभ किया जाएगा जिसमें स्वरोजगार और नौकरियों के अपार अवसर उत्पन्न होंगे । उन्होंने बताया की पाठ्यक्रम को सैद्धांतिक और व्यावहारिक रूप से तैयार किया जाएगा जिससे स्किल्ड प्रोफेशनल्स तैयार किए जा सकें । इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, सतना सांसद गणेश सिंह मध्य प्रदेश के मंत्री प्रहलाद पटेल, राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के साथ प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी उपस्थित रहे। इस मौके पर विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के तौर पर विश्वविद्यालय के डायरेक्टर अमित कुमार सोनी, प्रति कुलपति डॉ.हर्षवर्धन के साथ शिव शेखर शुक्ला,प्रमुख सचिव, मध्य प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम में प्रशांत सिन्हा ,संयुक्त संचालक मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड,डॉ.कौशिक मुखर्जी, डॉ.एल.एन.शर्मा, के.के.मिश्रा उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति माननीय श्री बी.पी. सोनी जी,प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी और कुलपति प्रोफेसर बी. ए. चोपडे ने इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि निरूपित करते हुए एमओयू पर खुशी व्यक्त की है।
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