मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की आदर्श ग्राम संकल्पना को मिलकर साकार करेंगे ग्रामोदय विश्वविद्यालय और जन अभियान परिषद
चित्रकूट 27 अक्टूबर 2024। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आज कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा के साथ मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नगर एवं कार्यपालक निदेशक डॉ धीरेंद्र कुमार पांडे ने मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम की समीक्षा की। समीक्षा में पाठ्यक्रम संचालन के विविध पक्ष यथा: प्रवेश,परिणाम, अध्ययन केंद्र, संपर्क कक्षाएं, स्व निर्देशित अध्ययन सामग्री और छात्र समस्याओं पर विस्तार से विमर्श हुआ। समस्याओं को समय सीमा में निस्तारण कर पाठ्यक्रम की प्रभावशीलता को बढ़ाने पर सहमति बनी। स्थानीय और आंचलिक आवश्यकताओं की पहचान कर कौशल संवर्धन के लघु अवधि के पाठ्यक्रम संचालित किए जाने पर भी सहमति बनी। पाठ्यक्रम के सुचारू संचालन हेतु शासकीय सहयोग के विविध आयामों पर चर्चा की गई। सीएमसीएलडीपी छात्रों और मेंटर के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आदर्श ग्राम की संकल्पना को पूर्ण किए जाने पर प्रतिबद्धता व्यक्त की गई। समीक्षा बैठक से पूर्व परिषद अधिकारी द्वय ने राष्ट्र ऋषि नाना जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर ग्राम दर्शन सहित अनेक विकास गतिविधियों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। कुल गुरु प्रो भरत मिश्रा द्वारा अतिथियों का स्मृति चिन्ह देखकर स्वागत किया गया।
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*प्रदेश में सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मिलकर प्रयास करेंगे मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद और डी आर आई*
*मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सानिध्य में हुए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर*
चित्रकूट 27 अक्टूबर 2024। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के चित्रकूट प्रवास में आज मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद और दीनदयाल शोध संस्थान के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। दीनदयाल शोध संस्थान की ओर से संगठन सचिव अभय महाजन और परिषद की ओर से कार्यपालक निदेशक डॉ धीरेंद्र कुमार पांडे ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर उपस्थित थे। साथ ही डी आर आई की ओर से बसंत पंडित, जनप्रतिनिधि नर्मदा पुरम विधायक दर्शन सिंह दागी भी उपस्थित रहे। परिषद और संस्थान 17 सतत विकास लक्षण की प्राप्ति के लिए मिलकर परियोजना संचालन करेंगे। इन लक्ष्यों की समय सीमा में प्राप्ति के लिए परिषद अपने विस्तृत और प्रभावी नेटवर्क तथा संस्थान ग्राम विकास में अपने सुदीर्घ अनुभवों का साझा प्रयोग करेगा। ज्ञातव्य है कि परिषद सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति के संस्थागत स्वरूप को निर्मित कर परास्नातक और स्नातक पाठ्यक्रमों का प्रदेश के 313 विकास खंडों में ग्रामोदय विश्वविद्यालय के साथ मिलकर सफल संचालन कर रहा है।
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