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कटनी के बाजार को कड़ी टक्कर देने का काम कर रहा सतना शहर का सिंधी कैंप


  • कटनी पर भारी सतना शहर का सिंधी कैंप बाजार

  • सूई से लेकर हवाई जहाज तक यहां मिलता है डूबलीकेट



उद्घोष समय "राष्ट्रीय मासिक पत्रिका"


विशेष रिपोर्ट अभी तक नामचीन कंपनियों के प्रोडक्ट्स केवल मध्य प्रदेश के कटनी मार्केट में हूबहू तैयार किए जाते थे लेकिन पिछले कुछ सालों से कटनी के बाजार को कड़ी टक्कर देने का काम सतना शहर का सिंधी कैंप बाजार कर रहा है। हर नामचीन कंपनियों के प्रोडक्ट्स सहजता से सिंधी कैंप बाजार में उपलब्ध है। सूई से लेकर हवाई जहाज तक की उपलब्धता सिंधी कैंप बाजार में अब सुनिश्चित हो गई है। जानकारों की मानें तो पिछले पांच से दस सालों में सिंधी कैंप का बाजार बहुत तेजी से विकसित हुआ है। सतना शहर के इस बाजार में हर सामान आसानी से उपलब्ध होता है। जानकारों ने बताया कि डूबलीकेट सामान को यहां के व्यापारी इस ढंग से तैयार करते हैं कि नामचीन कंपनी भी स्वयं दंग रह जाती है। कपड़े, घड़ी, मोबाइल, टीबी, एलसीडी, मोटर साइकिल, चार पहिया वाहन सहित अन्य सामान को भी जिम्मेदारी के साथ यहां पर तैयार किया जाता है। ओरिजनल सामान बनाने वाली कंपनियां तक सिंधी कैंप बाजार की कलाकारी देखकर दंग रह जाती है। जिला प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर डूबलीकेट सामान तैयार करने का गोरख धंधा सिंधी कैंप में चरम पर पहुंच गया है। पूरे सिंधी कैंप की यदि सघनता से शासन प्रशासन जांच कराए तो होने वाला खुलासा मध्य प्रदेश सरकार को भी हैरान कर देगा। सूत्रों की मानें तो प्रशासन की देखरेख में यह पूरा कारोबार अंजाम दिया जाता है। सिन्धी कैंप के अंदर संकरी जगहों पर फैक्ट्रियां संचालित होती है। मजेदार बात यह है कि किसी भी छोटी या बड़ी फैक्टी के बाहर यह बोर्ड नहीं लगाया गया कि यहां पर आखिर क्या बनता है। इस बात का फायदा उठाकर एक ही फैक्ट्री में अलग-अलग आइटम तैयार किए जाते हैं। सिन्धी कैंप बाजार में छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा सामान एक झटके में तैयार कर लिया जाता है। पुलिस और जिला प्रशासन सिंधी कैंप बाजार में होने वाले हर कारनामों से वाकिफ जरुर है पर उसे रोकने के लिए कोई प्रयास जानबूझकर नहीं किए जाते हैं। डूबलीकेट सामान तैयार करने में सतना शहर का सिंधी कैंप बाजार इस समय मध्य प्रदेश में सबसे आगे चल रहा है। इस बाजार में करोड़ों रुपए का कारोबार धड़ल्ले से किया जाता है। ब्रांडेड कंपनियों के मारकर का सुनियोजित तरीके से डूबलीकेटस सामानों में बढ़ चढ़ कर इस्तेमाल किया जाता है। यहां बनाए जाने वाले खाद्य पदार्थ किसी भी समय जिंदगी पर भारी साबित हो सकता है। हर मौसम के लिए यहां पर खाद्य पदार्थों को तैयार किया जाता है। 
शासन को करोड़ों रुपए की लगाते हैं आर्थिक चपत
सिन्धी कैंप बाजार में धड़ल्ले से डूबलीकेट सामान बनाने के लिए फैक्ट्रियां संचालित होती हैं। यहां पर होने वाले कारनामों से मध्य प्रदेश शासन को टैक्स के मामले में करोड़ों की चपत लगाई जाती है। मापदंडों पर पलीता लगाते हुए यहां पर अधिकांश फैक्ट्रियां संचालित होती है। जिला प्रशासन, पुलिस और खाद्य विभाग को हमेशा मैनेज करने का काम जिम्मेदारी के साथ किया जाता है। ऊपरी कमाई करने में मस्त रहने वाले प्रमुख पदों पर बैठे अधिकारी  हमेशा इस डूबलीकेट कारोबार को संरक्षण देने का काम पूरी ईमानदारी से करते हैं। टैक्स चोरी का खेल भी यहां पर कारोबारी सुनियोजित तरीके से करते हैं। मिलावटी खाद्य सामग्री के बारे में सच्चाई भलीभांति जानने वाले खाद्य विभाग की भूमिका तो हमेशा ही संदेहास्पद रही है। नियमित रूप से खानपान सामग्री की दुकानों और फैक्ट्री में मिलावटी और घटिया खानपान आइटम तैयार किया जाता है पर हमारी सरकारी मशीनरी  सिर्फ त्यौहारों के मौके पर ही मिलावटखोरों से अवैध वसूली करने के लिए छापामार कार्रवाई करती है।


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