सतना। शनिवार। 23 नवंबर। सतना स्मार्ट सिटी इंक्यूबेशन सेंटर ने एकेएस यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए नवाचार और उद्यमशीलता को प्रेरणा दी। कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 18 नवंबर को आयोजित इस कार्यक्रम में 35 छात्र टीमों ने अपने इंटरनेट ऑफ थिंग्स प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया, कैंपस कॉमर्स आउटरीच प्रोग्राम में छात्रों को उनके विचारों को बाजार-तैयार स्टार्टअप में बदलने के लिए मार्गदर्शन दिया गया। इंक्यूबेशन सेंटर की प्रतिनिधि आयुषी जैन और संजना सिंह ने छात्रों को विशेषज्ञ परामर्श प्रदान किया और उद्यमशीलता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों के लिए इंक्यूबेशन सेंटर का विशेष दौरा भी निर्धारित किया, जिससे छात्रों को उपलब्ध संसाधनों और समर्थन के बारे में जानकारी मिल सके। उनकी सलाह ने छात्रों को तकनीक से आगे बढ़कर अपने प्रोजेक्ट्स के व्यावसायिक संभावनाओं को तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम की शुरुआत इंटरनेट ऑफ थिंग्स परियोजनाओं के प्रदर्शन से हुई, जिनका फोकस स्मार्ट लिविंग और जीवन रक्षक समाधानों पर था इनमें कई सेंसरों को एकीकृत करके वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत किया गया। बीसीए और बीटेक जैसे विभिन्न विभागों के छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. अखिलेश ए. वाऊ और समन्वयन अनुराग गर्ग ने किया। अनंत कुमार सोनी, प्रो चांसलर एकेएस ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति से छात्रों को प्रेरित किया। कैंपस कॉमर्स आउटरीच प्रोग्राम ने बुनियादी सिद्धांतों से अवगत कराया। इसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स इनोवेशन को व्यावसायिक रूप से सफल समाधान में बदलने पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने व्यापार रणनीतियों, फंडिंग अवसरों, और बाजार की तैयारी पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। आयोजन डॉ.प्रमोद सिंह और डॉ.चंद्र शेखर गौतम के मार्ग दर्शन में संपन्न हुआ। सतना स्मार्ट सिटी इंक्यूबेशन सेंटर के साथ यह सहयोग छात्रों में नवाचार को बढ़ावा देने मैं कार्बर साबित होगा ऐसा विश्वविद्यालय प्रबंधन का विश्वास है।
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